आओ साथी करें मरम्मत नाव की धारा के विपरीत उतरना है l गड़बड़ मौसम,तेज़ आधियाँ टूटी है पतवार फ़ँसे हुए हैं इस तट पर जाना होगा उस पार मन में संशय पैदा करती हैं ऊँची लहरें किन्तु लक्ष्य से पूर्व कहो कब पथिक कहीं ठहरे आधे रस्ते में रुकना स्वीकार नहीं अंतिम साँस तलक दम भरना है ll माना लोग डराएंगे पर हमें नहीं डरना नकारात्मक होकर के बिन मौत नहीं मरना मौसम सदा नहीं रहता है यूँ बिगड़ा-बिगड़ा इच्छाशक्ति के आगे तूफान करेगा क्या …
Read MoreTag: विनोद पाण्डेय
सम्पादकीय
एक सामान्य मनुष्य के लिए जीवन में केवल भौतिक सुख की प्राप्ति ही सम्पूर्ण हैं जबकि असाधारण व्यक्तित्व के भौतिक सुख बहुत मायने नहीं रखता है | वो स्वयं को संतुष्ट और संतुलित रखने का प्रयास करते हैं | जीवन के हर चरण में और प्राप्ति के हर स्तर पर वो अपने आप को संतुष्ट रखने है | वास्तव में यही आत्मा को संतुष्ट रखने का सबसे बड़ा मन्त्र है | भौतिक सुख की कामना करने वाले व्यक्ति महसूस करते होंगे की उनके जीवन में संतुष्टि नहीं आ पाती क्योंकि…
Read Moreट्यूशन
अभिषेक ग्यारहवीं के छमाही परीक्षा में फेल हो गया | हालांकि इस परीक्षा का कुछ तत्कालीन प्रभाव नहीं होता और असली परीक्षा तो फ़ाइनल का ही माना जाता है लेकिन अभिषेक के परिवार वालों के लिए यह एक बड़ी दुर्घटना थी | क्योंकि हाईस्कूल टॉप करने के बाद अभिषेक से और बेहतर करने की उम्मीद थी | परिवार वालों की उदासी देखकर पड़ोसियों ने भी ताड़ लिया कि मामला क्या है | फलस्वरूप वो भी बहुत दुःखी हो गए क्योंकि पिछले सात महीने से अभिषेक का उदाहरण दे कर वो अपने लड़कों को पढ़ाई-लिखाई के लिए खूब कोस रहे थे,खास कर जब उन लोगों के बच्चे…
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